

पपीते के पत्ते का जूस आयुर्वेदिक चिकित्सा में काफी लोकप्रिय है। इसे डेंगू जैसे रोगों में प्लेटलेट्स बढ़ाने, पाचन सुधारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जाना जाता है। हालांकि, इस जूस के फायदे जितने मशहूर हैं, पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान के बारे में जागरूकता होना भी उतना ही जरूरी है। तो आइए इसके विषय में विस्तार से जानते हैं ताकि आप इससे होने वाली परेशानियों से बच सकें।
पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान
पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान हर व्यक्ति विशेष को अलग होते हैं। आइये उनके बारे में जाने:
- एलर्जी की आशंका: कुछ लोग पपीते से एलर्जिक होते हैं, जिस कारण से पपीते के पत्ते के जूस पीने से उन्हें अपनी त्वचा पर खुजली, या लाल धब्बे दिख सकते हैं। इसके साथ साथ उन्हें सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- पाचन तन्त्र में समस्या: सबसे बड़ा पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान यह है कि इसका असर आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। कई बार इसके सेवन से आपको उल्टी या पेट दर्द की परेशानी हो सकती है।
- गर्भपात का खतरा: अगर आप गर्भवती हैं, तो पपीते के पत्ते का जूस आपके भ्रूण के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसका कारण है कि इसके जूस में लेटेक्स उच्च मात्रा में मौजूद होता है जो आपके यूटरस को संकुचित कर सकता है, जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
- ब्लड प्रेशर पर असर: पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान यह भी हैं कि कई लोग लो ब्लड प्रेशर से परेशान रहते हैं। वे अक्सर बॉडी डिटॉक्स के लिए पपीते के पत्ते के जूस का सेवन करते हैं। हालांकि, जिनका ब्लड प्रेशर पहले ही कम है, उनके लिए यह एक गलत विकल्प हो सकता है। पपीते के पत्ते का जूस ब्लड प्रेशर को और भी कम कर सकता है।
पपीते के पत्ते का जूस कब पीना चाहिए?
पपीते के पत्ते का जूस कब पीना चाहिए, ये व्यक्ति की अवश्यकता और उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। आइए जानें कब इसका सेवन करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है:
- डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने हेतु: डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने की समस्या आम है। इसलिए अगर आप खाली पेट पपीते के पत्ते के जूस का सेवन करते हैं तो इससे आपके प्लेटलेट्स तेज़ी से बढ़ने लगते हैं और आपको आराम महसूस होता है।
- पाचन सुधारने के लिए: अगर आप खाना खाने से 30 मिनट पहले पपीते के पत्ते का जूस पीते हैं तो इससे आपके एंजाइम्स बढ़ते हैं और खाना पचने में आसानी होती है।
- इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए: इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आयुर्वेद ने इसे कारगर माना है। अगर आप रोज सीमित मात्रा में पपीते के पत्ते का जूस पीते हैं तो इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाये?
अगर आपको पपीते के पत्ते का जूस बनाना नहीं आता और आप ये जानना चाह रहे हैं कि पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाये तो हम आपको यहां उसकी रेसिपी बता रहे हैं:
सामग्री
- 5-6 ताजे पपीते के पत्ते
- एक गिलास पानी
प्रक्रिया
- पत्तों को धोकर छोटे टुकड़ों में काट लें।
- एक मिक्सर में पत्ते और पानी डालकर ब्लेंड करें।
- मिश्रण को छान लें और जूस को कांच के गिलास में निकाल लें।
अब आपको पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाये के विषय में सब मालूम हो चुका है, तो सावधानी से इसका सेवन करें।
पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन पीना चाहिए?
अगर आपको इस बारे में जानकारी नहीं है कि पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन पीना चाहिए तो आपको इससे संबंधित सही जानकारी देंगे। आइए जानते हैं, पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन पीना चाहिए।
- अगर आप डेंगू से पीड़ित हैं तो संभव है कि डॉक्टर आपको 5 से 7 दिन तक पपीते के पत्ते का जूस पीने की सलाह देंगे।
- यदि आप सामान्य स्वास्थ्य लाभ के लिए इसका सेवन कर रहे हैं तो सप्ताह में 2 से 3 दिन ही इसका सेवन करें। उससे अधिक करने पर आपको समस्या हो सकती है।
निष्कर्ष
देखा जाए तो पपीते के पत्ते का जूस आपके लिए कई मायने में फायदेमंद है, पर कई बार पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान भी आपको देखने को मिलते हैं। इससे आपको एलर्जी, पेट दर्द और लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं इसलिए जरूरी है कि आप हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन करें। इसके साथ साथ पपीते के पत्ते का जूस कब पीना चाहिए और पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन पीना चाहिए के लिए भी डॉक्टर की सलाह लें।