

मेथी एक तिपतिया घास जैसी जड़ी-बूटी है जिसका स्वाद और महक मेपल सिरप की तरह होता है। मेथी का उपयोग व्यंजनों में मसाले की तरह किया जाता है। इसका उपयोग साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों में भी किया जाता है। इसके अलावा मेथी की चाय भी लोग पीना पसंद करते हैं।
मेथी की चाय डाइबिटीज़ के लिए एक पारंपरिक उपचार के रूप में बहुत फायदेमंद होती है। इसके अतिरिक्त इसका उपयोग बच्चों को फीड कराने वाली महिलाओं में दूध की मात्रा को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। हालाँकि इसे एक फ़ूड सप्लीमेंट के रूप में जाना जाता है जो मधुमेह को संतुलित रखने में सहायक और मेंसेस में महिलाओं को ऐंठन से राहत देने में भी मदद कर सकती है।
मेथी मैगनीशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, फोलेट, विटामिन ए और पोटैशियम का भी बेहतरीन स्रोत है। एक रिसर्च के अनुसार पोटेशियम ब्लड प्रेशर को स्वस्थ रखने और हार्ट स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकती है। मेथी की चाय के संभावित स्वास्थ्य लाभ की बात करें तो मेथी विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है। हालांकि मेथी बहुत गुणकारी होती है लेकिन यह कुछ मेडिकल कंडीशंस में लोगों के लिए परेशानियां भी पैदा कर सकती है। इसलिए किसी भी क्रोनिक बीमारी वाले मरीज़ को बिना अपने डॉक्टर की सलाह के इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
मेथी की चाय बनाने के तरीके
घरेलू उपचार के लिए मेथी आसानी से घर में मिलने वाली एक सर्व गुण संपन्न जड़ी बूटी है। हालांकि इसे साइंटिफिक तौर से सिद्ध नहीं किया जा सकता है लेकिन इसकी चाय फायदेमंद भी होती है और इसका ज़ायका भी अच्छा होता है। एक रिसर्च के अनुसार मेथी महिलाओं में बच्चों के लिए ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकती है। इसलिए ऐसी महिलाओं को जो फीड करा रही हों, उन्हें मेथी की चाय का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए। इस लैक्टेशन टी में आप नेटल लीफ और रेड रास्पबेरी के पत्ते, सौंफ और लेमन वरबेना भी शामिल कर सकते हैं। अगर आप एक साधारण चाय पीना चाह रहे हैं तो फिर आप मेथी के बीज को पानी में उबाल कर भी चाय बना सकते हैं। चाय को थोड़ा ज़ायकेदार बनाने के लिए आप इसमें शहद भी मिला सकते हैं।
मेथी दाना की चाय बनाना बहुत आसान है। आप बस एक बर्तन में एक चम्मच मेथी दाना डालिये और इसे एक कप पानी में थोड़ी देर भीगने दीजिये। फिर उस बर्तन को गैस या स्टोव पर उबलने के लिए रख दीजिये। ध्यान रहे आपको मेथी के दाने पीसने की जरूरत नहीं है। पानी के थोड़ा गर्म होने के बाद बर्तन पर से ढक्कन को हटा दीजिये ताकि आप पानी में उबाल आने पर आसानी से उसे देख सकें। आपको मेथी के दाने को किसी चम्मच से चलाने की जरूरत नहीं है। मेथी का रस अपने आप ही उबलने के साथ पानी में घुलता जायेगा। अगर आप ज्यादा मात्रा में मेथी की चाय बनाना चाहते हैं तो मेथी और पानी की मात्रा को दोगुना कर दीजिये। बस इन मेथी के दानों को कम या हाइ टेम्प्रेचर पर लगभग सात से आठ मिनट तक उबलने दीजिये। जब पानी में उबाल आ जाए तो बर्नर की आंच कम कर दीजिये।
इस तरह मेथी का अरक पानी में सुचारु रूप से मिल जायेगा। पानी के पेल यलो कलर के होने तक इस चाय को उबलने दें और फिर गैस को बंद कर दीजिये। अब आप इसे एक कप में छन्नी से छान लीजिये। याद रखिये, अब आप इन मेथी के दानों को दोबारा बिलकुल भी इस्तेमाल ना करियेगा। वैसे आप चाहें तो इन मेथी दानों को खा ज़रूर सकते हैं। मेथी की चाय में अपना खुद का एक हल्का सा मेपल सिरप फ्लेवर होता है। अगर आपको ये मेथी की चाय मज़ेदार नहीं लग रही है तो आप चाहें तो इसमें अपनी पसंद से थोड़ा शहद, एगेव या केन सिरप मिला सकते हैं। अगर आप गाढ़ी चाय पीना चाहते हैं तो आप इसमें दूध भी मिला सकते हैं।
अब आप इस मेथी की चाय को कप में डालिये और मज़े लेकर पीजिये।
मेथी की चाय के फायदे
मेथी स्वास्थ के लिए हर तरह से बहुत लाभकारी होती है। मेथी विटामिन और मिनरल्स का एक समृद्ध स्रोत है। यही वजह है कि मेथी की चाय पीने के फायदे भी बहुत हैं।
1. महिलाओं के लिए ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने में सहायक
मेथी ब्रैस्ट फीड कराने वाली महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। इससे ब्रैस्ट मिल्क में सुधार होता है। कुछ अलग-अलग अध्ययनों पता चला है कि प्लेसीबो की तुलना में मेथी के सेवन से महिलाओं में ब्रैस्ट मिल्क में काफी वृद्धि होती है।
2. हार्मोनल संतुलन बनाये
पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए मेथी का अर्क हार्मोन के स्तर में बदलाव से जुड़ी कुछ परेशानियों को कम करने में सहायक हो सकता है। इसलिए महिलाओं को इसका सेवन ज़रूर करना चाहिए।
3. डाइबिटीज़ पर नियंत्रण
मेथी इंसुलिन के लेवल को संतुलित करने में मदद करती है और यही कारण है कि मेथी को मधुमेह के पारंपरिक उपचार के रूप में जाना जाता है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए मेथी के बीज लिपिड मेटाबॉलिज़्म में सुधार करने में महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। एक रिसर्च के अनुसार डाइबिटीज़ के उपचार में मेथी फास्टिंग ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में भी प्रभावशाली होती है।
4. इंसुलिन संवेदनशीलता
जिन लोगों को डाइबिटीज़ नहीं भी है ऐसे लोगों के लिए भी मेथी इंसुलिन संवेदनशीलता पर लाभकारी प्रभाव डाल सकती है। एक क्लिनिकल पायलट अध्ययन के द्वारा पता चला है कि ग्लूकोज सहनशीलता में सुधार लाने में मेथी बहुत असरदार साबित हो सकती है। इसलिए ये कहा जा सकता है कि मेथी लगभग सभी लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है।
मेथी की चाय से होने वाले जोखिम
हालाँकि मेथी बहुत फायदे की होती है लेकिन कुछ लोगों के लिए ये कभी कभी नुकसानदायक भी हो सकती है। मेथी की चाय में ऐसे गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जिसे पीने से पहले या इसका कोई अन्य सप्लीमेंट लेने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए। आपको मेथी की चाय पीने से पहले इन बातों पर विचार अवश्य करना चाहिए।
1. एलर्जी
अगर आपको किसी वजह से मूंगफली से एलर्जी है तो आपको मेथी से भी एलर्जी हो सकती है। इसका कारण ये है कि दोनों ही पौधे क्रॉस-रिएक्टिव होते हैं।
2. गर्भावस्था में हानिकारक
अगर कोई महिला गर्भवती है तो उसका मेथी से परहेज़ करना ही ज़्यादा उचित है। ऐसे में अच्छा यही होगा कि आप अगर गर्भवती हैं तो मेथी का कोई विकल्प तलाश करिये। मेथी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो प्रेग्नेंसी में नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3. ब्लड शुगर और हाइपोग्लाइसीमिया
मेथी गुणकारी है और ये ब्लड शुगर को कम कर सकती है। यदि आपको मधुमेह या हाइपोग्लाइसीमिया है तो मेथी की चाय का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह ज़रूर करना चाहिए।
कन्क्लूज़न
मेथी वास्तव में सर्व गुण संपन्न है। इसमें कई बीमारियों का इलाज छिपा हुआ है। हालाँकि वजन कम करने के लिए लोग डाइटिंग और वर्कआउट करते हैं लेकिन मेथी की चाय इसका एक अच्छा इलाज है। आपको पता है मेथी में ऐसे गुण मौजूद हैं जिनकी मदद से आप अपना वजन घटाने और डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए कर सकते हैं। इस बात पर भरोसा रखिये कि अगर आप मेथी की चाय का सेवन रोज़ाना कर रहे हैं तो कुछ ही दिनों में आपको अपने वज़न में अंतर नजर आने लगेगा। अपना ख्याल रखिये और हमेशा स्वस्थ रहिये।