Diet & Nutrition 1 MIN READ 6630 VIEWS May 30, 2023

क्या शुगर लेवल हाई होने पर चाय पीना चाहिए?

शुगर लेवल

अगर आपको डाइबिटीज़ है तो क्या आप चाय पी सकते हैं? अगर पी सकते हैं तो आपके लिए कौन सी चाय अच्छी हो सकती है। एक ऐसी चाय जो आपको डाइबिटीज़ में नुकसान ना करे। लेकिन सवाल ये है कि आख़िर ऐसी कौन सी चाय है जो कि आप डायबिटिक में बग़ैर किसी झिझक के पी सकते हों। हालाँकि आपके डॉक्टर ने आपको बताया होगा कि डाइबिटीज़ में किस प्रकार के पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। आपको डाइबिटीज़ में परहेज़ तो करना पड़ेगा। आपको सोडा, जूस और मीठे स्पोर्ट्स ड्रिंक शायद मना होंगे। आप इनसे बचिए लेकिन इनसे बचने का यह मतलब नहीं है कि आप खाना पीना ही भूल जाइये। ऐसे बहुत से ड्रिंक्स हैं जिनका मज़ा आप डाइबिटीज़ में भी उठा सकते हैं। ऐसे ड्रिंक्स जो आपकी ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाते हैं। 

डाइबिटीज़ में चाय के जोखिम 

तरह तरह की चाय मधुमेह के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती हैं लेकिन ज़्यादा और मीठी चाय के सेवन से आपकी ब्लड शुगर बढ़ सकती है। कभी-कभी हल्का मीठा पेय पीने से ब्लड शुगर के लेवल पर ज़्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं होती है लेकिन मधुमेह वाले लोगों को जितना हो सके बिना चीनी वाली चाय ही पीना चाहिए। अतिरिक्त चीनी ब्लड शुगर के लेवल में वृद्धि का कारण बन सकती है। अगर आप ज़्यादा चीनी का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपका वजन और ब्लड प्रेशर दोनों बढ़ सकता है। 

हाई शुगर लेवल में में कौन सी चाय है फायदेमंद?

जो लोग डायबिटिज़ से जूझ रहे हैं उनकी सबसे पड़ी परेशानी शुगर को डाइजेस्ट करने को लेकर होती है। आप अगर इन्सुलिन लेते हैं तो उससे शुगर का लेवल कम तो हो जाता है लेकिन टाइप 2 डायबिटीज़ में कई बार शरीर पर इन्सुलिन का असर नहीं होता या फिर कम होता है। इससे ख़ून में शुगर लेवल बढ़ जाता है। वैसे कभी कभी चाय भी डाइबिटीज़ में फ़ायदेमंद हो सकती है। चाय पीने से सेल्स सेंसेटिव होते हैं और शरीर का मेटाबॉलिज़्म भी तेज़ होता है। आइये अब देखते हैं कि डाइबिटीज़ में आपको कौन कौन सी चाय पीनी चाहिए।

1. ग्रीन टी 

अगर आपको डाइबिटीज़ की शिकायत है तो आपके लिए ग्रीन टी पीना फायदेमंद हो सकता है। इसमें कैफीन होता है जो डाइबिटीज़ लेवल को मैनेज करने में सहायक हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार ग्रीन टी और ग्रीन टी का अर्क ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन गैलेट नामक एक शक्तिशाली कम्पाउंड होता है जिसे पलिनस्की-वेड  कहते हैं।  ये मसल्स के सेल्स में ग्लूकोज की तीव्रता को बढ़ाता है। एक कप ग्रीन टी में ज़ीरो कार्बोहाइड्रेट, ज़ीरो ग्राम चीनी या फैट और मात्र 2.4 कैलोरी होती है, जो डाइबिटीज़ में इसे संपूर्ण स्वस्थ विकल्प बनाती है। 

2. ब्लैक टी 

डायबिटीज एक गंभीर समस्या है। डायबिटीज रोगियों के लिए ब्लैक टी ज़्यादा फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक हो सकते हैं। दूध वाली चाय की तुलना में ब्लैक टी का सेवन सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। काली चाय में मौजूद फायटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, फ्लोराइड्स, टेनिन्स जैसे तत्व सेहत के लिए गुणकारी माने जाते हैं। काली चाय डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद मानी जाती है।  

3. कैमोमाइल टी 

कैमोमाइल टी शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करके डाइबिटीज़ से बचाए रखने में मदद कर सकती है। यह शरीर में शुगर कंट्रोल करने के साथ लिवर में ग्लाइकोजन के प्रभाव को भी बढ़ाती है। इसके अलावा कैमोमाइल चाय शरीर में इंसुलिन का स्तर बनाए रखने में भी मदद करती है जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। 

4. अदरक की चाय 

अदरक के बहुत से फायदे होते हैं। रोजाना थोड़ी सी अदरक का सेवन करने से इंसुलिन उत्पादन को नियंत्रित करने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है। अदरक की चाय पीने से बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण होता है। इसलिए इस चाय को पीने से आपके ब्लड शुगर के लेवल को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। 

5. हिबीस्क्स टी 

आज की बदली हुई लाइफस्टाइल और खराब खान-पान के कारण लोग डाइबिटीज़ जैसी बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। डाइबिटीज़ में आपको गुड़हल की चाय भी ट्राई करनी चाहिए। इससे आपको फायदा हो सकता है। गुड़हल के फूलों और पत्तियों में बीटा-कैरोटीन, विटामिन-सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो आपके शरीर को सेहतमंद रख सकते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट फ्री-रेडिकल्स से बचाव भी कर सकते हैं। अगर आपको डायबिटीज है तो यह चाय आपके लिए बेहतर हो सकती है।    

6. हल्दी की चाय 

डाइबिटीज में हल्दी की चाय आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण के कारण हल्दी टाइप 2 डाइबिटीज में ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से मैनेज करती है। घर पर हल्दी की चाय बनाने के लिए आप इसमें दालचीनी और पिसी काली मिर्च मिला सकते हैं। डाइबिटीज़ में ये चाय फायदा कर सकती है इसलिए आपको हल्दी की चाय अपनी डाइट शामिल करना चाहिए। 

7. दालचीनी की चाय  

दालचीनी एंटीबायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। इस वजह से दालचीनी की चाय पीने से ब्लड ग्लूकोस लेवल कम होने में मदद मिलती है। यह चाय डाइजेशन में भी फायदा करती है और शरीर से एक्सेस शुगर को बाहर निकालकर ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रख सकती है। इसलिए डाइबिटीज़ में आपको दाल चीनी की चाय पीनी चाहिए। 

8. रूईबॉस टी 

एक रिसर्च के अनुसार रूइबोस टी में पॉलीफेनोल्स के गुण पाए जाते हैं जो शुगर कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाते हैं। साथ ही इसमें एंटी डायबिटिक गुण भी पाए जाते हैं जो शुगर कंट्रोल करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करने में महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना रूइबोस टी पी सकते हैं। 

9. पुदीने की चाय 

पुदीने की चाय डायबिटीज को नियंत्रण करने के लिए प्रभावी है। इसमें मौजूद सेनोलिन कम्पाउंड और एंटीऑक्सीडेंट गुण टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट लेवल को बनाए रखने और टाइप 2 मधुमेह के कारण होने वाले रोगों को रोकने में भी सहायक हैं। इसलिए शुगर के मरीजों को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।  

10. नींबू की चाय

नींबू में विटामिन सी बहुत होता है। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, फाइबर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। आपको पता है नींबू शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। डायबिटीज में आप नींबू की चाय को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।  

कन्क्लूज़न 

अगर आपको डाइबिटीज़ है तो आप परेशान ना होइए। तरह तरह की चाय आपके लिए हाज़िर हैं। आप इनका आनंद उठाइये। लेकिन आप अपने लिए जो भी चाय चुनिए बस इसका ध्यान रखिये कि अगर आपको डाइबिटीज़ को कंट्रोल में रखना है तो चाय में चीनी ना डालिये। बिना चीनी की चाय आपको ज़्यादा फायदा करेगी। अपना ख्याल रखियेगा।    

शुगर लेवल के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

आप डाइबिटीज़ में ब्लैक टी या हर्बल चाय और ग्रीन टी पी सकते हैं। डाइबिटीज़ में यही चाय के सबसे अच्छे विकल्प हैं।

दिन में तीन से चार कप चाय मधुमेह रोगियों के लिए आदर्श और फायदेमंद होती है।

ग्रीन टी का इंसुलिन लेवल पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन आपके शरीर में पहले से मौजूद इंसुलिन इस रेसिस्टेन्स को कम करती है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल भी कम होता है।

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