

क्या आप बिना सप्लिमेंट के अपने मसल्स विकसित कर सकते हैं? यह अपने आप में विवाद का विषय है लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आपको परिणाम जल्दी चाहिए तो वेटलिफ्टिंग के लिए यह 5 सप्लिमेंट जरूरी है।
जब आप वजन ऊठाना शुरू करते है तब आप सबसे पहले यह जानना चाहते हैं कि कौन सा सप्लिमेंट आपको जल्द परिणाम देगा। और यह विषय आपको निश्चितरूप से सप्लिमेंट की दूकान तक ले जाएगा जिसकी मदद से और कठीन व्यायम की सहायता से आप अपने पतले मसल्स या शरीर को विकसित करना चाहेंगे।
भले ही यह आपको अंतविहिन विकल्प दिखे लेकिन सच्चाई यह है कि सभी सप्लिमेंट्स सभी वेटलिफ्टरों के लिए उपयोगी नहीं होते हैं, क्योंकि ये सभी अलग-अलग लोगों के लिए अलग अलग तरीके से काम करते है ऐसा इसलिए भी है क्योंकि हर किसी के शरीर की प्रकृति अलग अलग होती है। इसके बावजूद कुछ सप्लिमेंट ऐसे हैं जिन्होने अच्छे परिणाम दिएं है और वे सभी बॉडीबिल्डरों के लिए फायदेमंद है।
यहां, हम 5 ऐसे सप्लिमेंट्स बता रहे हैं जो निश्चित रूप से सभी वेटलिफ्टरों को बॉडिबिल्डिंग में विजय दिलाएगा-
व्हे प्रोटीन
निःसंदेह, व्हे वेटलिफ्टरों को जरूर सेवन करनेवाले सप्लमेंट्स में से एक है, और इसके कई कारण हैं। प्रोटीन शेक्स और सप्लिमेंट्स के सेवन से बॉडिबिल्डर्स का प्रदर्शन तो बेहतर होगा ही साथ ही वे मास भी गेन करेंगे। यह आपके शरीर को प्रोटीन के हाई-डोज़ देते हैं जिसकी साहयता से आप आश्चर्यचकित करने वाले मसल ग्रोथ देखेंगे। टिपिकली वेटलिफ्टर्स व्हे प्रोटिन को व्यायाम के बाद और व्यायाम के पहले सेवन करते हैं ताकि उनमें प्रोटीन सिथेंसिस और शरीर का विकास बढ़ सके।
चाहे आप अपने कमजोर पतले मसल्स में मांस लाना चाहते हैं या शरीर के एक्सट्रा मोटापे को कम करना, व्हे प्रोटिन का इस्तेमाल रोजाना अपने भोजन के साथ करने पर मांस गेन करने की या कम करने की प्रक्रिया तेज हो जायेगी।
व्हे प्रोटीन के कुछ विशेष फायदे-
● पाचन में आसान
● लैक्टोज़ इन्टोलरैन्ट
● मसल की क्षतिपूर्ति में सुधार
● भूख बढ़ाने में मददगार
● एमिनो एसिड की प्रचुरता
● मेटाबॉलिज़म में सुधार
रेक्मेंडेड़ डोसेज़: 20 से 30 ग्राम व्हे प्रोटीन व्यायाम करने से पहले और व्यायाम करने के बाद के खाने के साथ लें।

क्रियटिन
वेटलिफ्टरों के लिए क्रियटिनएक और महत्वपूर्ण सप्लिमेंट है। क्रियटिन प्राकृतिक तत्व होते हैं जो मसल्स की सेल्स में पाए जाते है। मनुष्य के शरीर के लगभग 95 प्रतिशत क्रियटिन सप्लाई स्केल्टन मसल्स के आस पास पाई जाती है। और बचे हुए 5 प्रतिशत शरीर के अन्य भाग में पाए जाते हैं। यह प्राकृतिक मेटाबॉलिक क्रियटिन के रूप में उत्पादित किये जाते हैं ताकि इसका सप्लमेंट के रूप में सेवन किया जा सके। इसका प्रमुखरूप से इस्तेमाल सेल्युलर एनर्जी पैदा करने और मॉड्युलेशन में होता है।
वेटलिफ्टिंग डाइट में क्रियटिन को सम्मलित करने के फायदे:
● शरीर के पतले मांस को बढ़ाना
● मसल्स वॉल्यूम को बढ़ाना
● व्यायाम के बाद शरीर के विकास को तेज करना
● ग्लाइकोजेन स्टोरेज को बढ़ाना
● मसल्स के हाई इंटेसिटी प्रदर्शन को बढ़ाना
ज्यादातर खिलाड़ी अपने डाइट में क्रियटिन को रखना पंसद करते है विशेषरूप से तब जब वे बॉडिबिल्डिंग या वेटलिफ्टिंग करते हैं ताकि उनके शरीर का विकास तेज गति से हो सके।
रेक्मेंडेड़ डोसेज़: एक दिन में 5 से 10 ग्राम क्रियटिन। अपने जरूरत के अनुसार इसे दो भाग में बांट ले एक व्यायाम से पहले के खाने के साथ दुसरा व्यायाम के बाद के खाने के साथ
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बीसीएए (ब्रांच्ड चेन एमिनो एसिड)
बीसीएए (ब्रांच्ड चेन एमिनो एसिड) एक और ऐसा कॉमन सप्लिमेंट है जो हर वेटलिफ्टर को सेवन करना चाहिए क्योंकि यह व्यायाम के परिणाम को बेहतर बनाने में बहुत सहायक होता है। हमारा शरीर 20 विशेष एमिनो एसिड्स से बना है जिसमें 3 बीसीएए होते हैं जिसे हम ल्युसाइन, आइसोल्युसाइन और वैलाइन के नाम से जानते है । सिद्धांत: ये तीनों प्रमुख एमिनो एसिड है जो प्रोटीन सिंथेसिस उत्प्रेरित और प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को रेगूलेट करता है।
मसल्स रिकवरी करने में हमारा शरीर बीसीएए का प्रमुखरूप से इस्तेमाल करता है, उसी प्रकार जैसे व्हे प्रोटीन सप्लिमेंट करता है। बीसीएए पौष्टिक तत्वों को मसल्स टिशू की ओर ले जाता है जिससे मसल का विकास होता है। व्यायाम करते वक्त बीसीएए ऊर्जा के एक श्रोत के रूप में कार्य करता है। व्यायाम के बाद इसके सेवन से ऊर्जा की प्राप्ती होती है क्योंकि कठिन व्यायाम करने से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है। इसके सेवन से शरीर का दर्द भी कम हो जाता है क्योंकि व्यायाम करने से फटीग पैदा होता और यह दर्द को जन्म देता है और साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को भी रिकवर करता है।
कुछ लोगों की राय यह भी है कि बीसीएए शरीर में ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है जिससे मसल्स से संबधित व्यायाम करने में आसानी होती है।
बेटा एलनिन
यह एक और प्राकृतिक अनावश्यक एमिनो एसिड है जो हमारे शरीर को प्रोटीन युक्त उत्पाद जैसे पॉल्ट्री से मिलता है। बेटा एलानिन में मसल्स के अंदर कार्नोसाइन लेवल को स्पाइक देने का गुण होता है जिसकी वजह से यह एसिड प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। इस सप्लिमेंट की साहयता से बेटा एलनिन बढ़ता है जिससे शरीर में कार्नोसाइन लेवल 60 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं।
सप्लिमेंट हर खिलाड़ी के लिए ऊर्जा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि कठिन अभ्यास के दौरान शरीर की हाईड्रोजन की खपत बढ़ जाती है परिणामस्वरूप मसल्स का पी.एच नीचे आ जाता हैं। एसिडिफिकेशन की वजह से शरीर में ऊर्जा की कमी होने लगती है, न्युरल ड्राइव भी इससे प्रभावित होता है और मसल्स के प्रदर्शन गिरने लगते है, इससे भी खतरनाक बात यह है कि एसिडिफिकेशन से मसल्स फेल भी हो सकते हैं। सप्लिमेंट की साहयता से कार्नोज़ाइन का स्तर बढ़ाया जा सकता है, जिसकी सहायता से बॉडीबिल्डर अपनी ऊर्जा बनाए रखते है परिणामस्वरूप एसिडिटी, ऊर्जा का कम होना और मसल्स फेलयर की संभावना नहीं होती है।
बेटा एलनिन सप्लिमेंट के कुछ और गुण
● ऊर्जा को बनाए रखने की क्षमता को बढ़ाना
● फोर्स आऊटपुट में सुधार
● थकावट को दूर रखना
● रिपिटेड स्प्रिंट गुण में सुधार
● क्रियटिन के साध मिलकर कार्य करना
रेक्मेंडेड़ डोसेज़: 2.5 ग्राम प्रतिदिन, व्यायम करने से पहले थोड़ी मात्रा में सेवन करें

मल्टीविटामिन्स
मल्टीविटामिन्स शुद्ध रूप से बॉडिबिल्डिंग सप्लिमेंट नहीं है, विशेष रूप से तब जब सप्लिमेंट की जरूरत टार्गेटिंग मसल्स को विकसित करने के लिए हो जैसा की व्हे प्रोटीन और क्रियटिन करते हैं। लेकिन ऊच्चकोटी और अत्यधिक क्षमता वाले मल्टीविटामिन्स मूलरूप से एक सहायक के रूप में सेल्युलर कंडीशन्स के लिए बेहतर है यह प्रदर्शन बेहतर करने और मसल्स विकसित करने के लिए मदद कर सकता है।
जबकि कुछ लोग तर्क देते हैं कि कुछ कंपाउंड जैसे की वैटामिन-सी इम्युन फंक्शन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है पर सच्चाई यह है कि सभी खनिज और वैटामिन के कंबाइंड सिनर्जिस्टिक इफेक्ट तभी होते हैं जब इसे एक खास अनुपात में सेवन किया जाता है तब जाकर टिशू विकसित होता है और फंकशन भी । जिससे स्वास्थ पर सकारात्मक असर होता है
अगर आप सोचते हैं कि मल्टीवैटामिन्स का प्रतिदिन डोज़ लेने से आपको पौष्टिक आहार मिल रहा है तो यकीन मानिए आप पूर्ण रूप से सही नहीं है। आज के प्रदूषण भरे दौर में जहां मिट्टी की स्थिति खराब हो रही है, प्रदूषण और फूड प्रोसेस की वजह से पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते है, जिससे जरूरी पौष्टिक आहार के अनुपात को हम नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। यहां तक की, स्ट्रिक्ट ऑर्गेनिक फूड भी वेटलिफ्टर की शुद्ध पौष्टिक तत्वों की जरूरत को पूरा नहीं कर पाता है।

सार
अगर आप सप्लिमेंट पर निर्भर नहीं होना चाहते हैं तो भी ठीक हैं क्योंकि ऐसा नहीं है की इसके बिना मनचाहा परिणाम नहीं मिल सकता। लेकिन एक बात जरूर याद रखिये कि फिर यह प्रकिया बहुत ही धीमी होगी। सप्लिमेंट शरीर बढ़ाने कि प्रक्रिया को तेज़ कर देता है। इसलिए आप वेटलिफ्ट के दौरान जरूर जांच ले की आपका आहार संतुलित है या नहीं और आपका शरीर आपके आहार पर कैसी प्रतिक्रिया दे रहा है। आगे आप इन सप्लिमेंट्स को अपने आहार में सम्मलित कर निश्चित रूप से मनचाहा परिणाम हासिल कर सकते हैं।