Hindi 1 MIN READ 970 VIEWS January 24, 2023 Read in English

कैमोमाइल चाय: इसके स्वास्थ्य लाभ को जानिए

चाय दुनिया भर में एक लोकप्रिय पेय होती है। चाय की पत्तियों को कैसे तैयार किया जाता है जिससे विभिन्न प्रकार के स्वादों और सुगंधों का आनंद मिलता है। इस चाय प्रकार और किस्म कुछ भी हो यह स्वास्थ्य लिए लाभकारी होती हैं। कैमोमाइल चाय कई स्वास्थ्य स्थितियों को ठीक करने का एक प्राचीन उपाय है। पर यह कैसे है? आइए इस चाय के बारे में सभी तथ्य को आगे जाने!

कैमोमाइल चाय के बारे में

साइनेंसिस पौधे से मिलने वाली ग्रीन और काली चाय के विपरीत कैमोमाइल चाय को डेज़ी के फूलों से बनाया जाता है यह एक जड़ी बूटी होती है जो कि एस्टेरसिया पौधे के फैमिली से संबंधित होती है। चाय के रूप में उपयोग करने से पहले जड़ी-बूटी के फूलों को सुखाया जाता है। प्राचीन चिकित्सा में उपचार गुणों के कारण कैमोमाइल का उपयोग किया जाता था। इसके अलावा,कैमोमाइल चाय स्वाभाविक रूप से पौधे-आधारित यौगिकों से समृद्ध होती है यह एक शक्तिशाली स्वास्थ्य पेय होती है।

कैमोमाइल चाय में पोषण की मात्रा 

कैमोमाइल चाय एक स्वस्थ पेय है।अन्य चायों के विपरीत यह कैफीन मुक्त पेय है जो शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। प्रत्येक 250 मिलीलीटर कैमोमाइल चाय के पीसे हुए मिश्रण में निम्न शामिल होते हैं:

● कैलोरी – 2.37

● प्रोटीन – 0 ग्राम

● कुल फैट  – 0 ग्राम

● कार्बोहाइड्रेट – 0.47

● फाइबर – 0 ग्राम

 यह सभी कैमोमाइल चाय को स्वस्थ बनाने वाले इसकी समृद्ध सूक्ष्म पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट सामग्री है। कैमोमाइल चाय में निम्न होते हैं:

● कैल्शियम – 4.74 मिलीग्राम

● आयरन – 0.19 मिलीग्राम

● मैग्नीशियम – 2.37 मिलीग्राम

● पोटेशियम – 21.33 मिलीग्राम

● जिंक – 0.09 मिलीग्राम

● कॉपर – 0.04 मिलीग्राम

● मैंगनीज – 0.1 मिलीग्राम

● विटामिन ए – 47.4 एमसीजी

● कैरोटीन, बीटा – 28.44 एमसीजी

● विटामिन बी1 (थियामिन) – 0.02 मिलीग्राम

● विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) – 0.01 मिलीग्राम

● विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड) – 0.03 मिलीग्राम

● फोलेट – 2.37 एमसीजी

● फैटी एसिड – 0.01 ग्राम

कैमोमाइल चाय के फायदे

कैमोमाइल चाय पीने के कई फायदे होते हैं। नीचे कुछ कैमोमाइल चाय के विज्ञान द्वारा समर्थित स्वास्थ्य लाभ सूचीबद्ध हैं:

1. नींद की गुणवत्ता में सुधार करना 

अन्य चायों की तुलना में कैमोमाइल चाय में कैफीन नहीं होता है। कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक होता है जो सतर्कता को प्रेरित करते हुए केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है। इसको अच्छा बनाने के लिए कैमोमाइल चाय में एपिगेनिन भी होता है जो एक एंटीऑक्सिडेंट होता है और मस्तिष्क में नींद के रिसेप्टर्स से जुड़ता है। यह नींद की गुणवत्ता में सुधार करके स्वस्थ नींद को बढ़ावा देता है।

2. पाचन स्वास्थ्य में सुधार करना 

अच्छा पाचन स्वास्थ्य सम्पूर्ण कल्याण की कुंजी होता है। कैमोमाइल चाय में शक्तिशाली पौधों के यौगिक होते हैं जो पाचन को बढ़ावा देते हैं। कैमोमाइल चाय के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण पेट के अल्सर के खतरे को कम करते हैं। यह स्वाभाविक रूप से पेट के लिए अच्छी होती है और यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों जैसे एसिडिटी, उल्टी आना आदि के लिए भी उपयोगी होती है।

3. कैंसर से बचाव में मदद करना 

कैमोमाइल चाय में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं जो शरीर में मुक्त कणों से लड़कर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं। मुक्त कणों की बढ़ी हुई संख्या और उच्च ऑक्सीडेटिव तनाव कैंसर के विकास के बढ़ते खतरे से जुड़े हुए होते हैं। अनुसंधान से पता चलता है कि स्तन कैंसर, पाचन तंत्र के कैंसर, त्वचा कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, गर्भाशय के कैंसर और थायरॉयड कैंसर के खतरे को कैमोमाइल चाय के द्वारा कम करने में मदद मिलती हैं।

4. रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण करना 

कैमोमाइल चाय के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पैंक्रियास की कोशिकाओं में होने वाली क्षति को भी रोकते हैं यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। पैंक्रियास इंसुलिन के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण स्थल होता है इससे निकलने वाले हार्मोन रक्त शर्करा को नियंत्रित करते है , कैमोमाइल चाय पीने से नियमित रूप से पैंक्रियास के स्वास्थ्य को सही रखकर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते है।

5. हृदय स्वास्थ्य में सुधार करना 

कैमोमाइल चाय में उच्च मात्रा में फ्लेवोन होता हैं जो एंटीऑक्सिडेंट एजेंट की तरह काम करता हैं यह हृदय रोग के दो कारण जैसे रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। कैमोमाइल चाय पीने से ‘हानिकारक’ कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आती है जबकि ‘लाभकारी’ कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है। यह धमनियों में बनने वाले प्लाक को समाप्त करके हृदय पर दबाव कम करता है जिसके परिणामस्वरूप हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है।

6. प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना 

कैमोमाइल चाय के एंटीऑक्सीडेंट यौगिक शरीर के ऊतकों में होने वाली सूजन को कम करते हैं। इसके रोगाणुरोधी गुण हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ते हैं। कैमोमाइल चाय के ये गुण शरीर के प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर पर्यावरणीय संक्रमण से शरीर की रक्षा करते हैं।

7. सर्दी के लक्षणों का उपचार करना 

कैमोमाइल चाय में सर्दी के लक्षणों का भी प्रभावी उपचार भी शामिल होता  है। एक कप गर्म कैमोमाइल चाय पीने से भाप मिलती है जिससे नाक खुल जाती है। गर्म तरल पदार्थ बहती नाक और गले की खराश से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

8. मासिक धर्म के दर्द को कम करना

कैमोमाइल चाय में शक्तिशाली दर्द निवारक और एंटीस्पास्मोडिक के गुण होते हैं। यह मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद करते है। कैमोमाइल चाय का यह भी लाभ है की यह मासिक धर्म चक्र के दौरान गर्भाशय को आराम देकर मासिक धर्म में होने वाले दर्द को कम करती है। कैमोमाइल चाय का अर्क सूजन और दर्द का कारण बनने वाला प्रोस्टाग्लैंडिंस हार्मोन के उत्पादन को कम करता है।

9. ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करना

ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति होती है जिसमे हड्डियों कमजोर होने लगती है। इससे हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है।मेनोपॉज के बाद महिलाओं में आमतौर पर यह समस्या अधिक होती है क्योंकि तब एस्ट्रोजेन की कमी होने लगती है। लेकिन कैमोमाइल चाय में एंटी-एस्ट्रोजेनिक प्रभाव होता है। कैमोमाइल चाय के यौगिक हड्डियों के खनिजकरण को संश्लेषित और समन्वयित करके ओस्टियोब्लास्ट्स की गतिविधि को बढ़ा देते हैं। यह हड्डियों को मजबूत करके ऑस्टियोपोरोसिस के विकास के खतरे को कम करता है।

10. तनाव को कम करना 

कैमोमाइल चाय में कैफीन की मात्रा नहीं होती है। कैमोमाइल चाय में पौधों के यौगिकों होते है जो प्राकृतिक रूप से दर्द हटाने वाली औषधि होती हैं यह चिंता और तनाव को दूर करने में मदद करते हैं। कैमोमाइल चाय पीने से मांसपेशियों की ऐंठन में भी आराम मिलता है जिससे शरीर और दिमाग पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।

11. वजन घटाने में सहायक

कैमोमाइल चाय वजन घटाने के लिए भी लाभकारी होती हैं। कैमोमाइल फूलों के यौगिक पेट की सूजन को कम करते हैं और वजन घटाने में मदद करते हैं। कैमोमाइल चाय में उच्च मात्रा में कैल्शियम, पोटैशियम और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो इसे एक पूर्ण डिटॉक्स ड्रिंक बनाते हैं। जिससे शरीर विषाक्त पदार्थों और अतिरिक्त पानी को समाप्त करके वजन घटाने में मदद करता है।

त्वचा के लिए कैमोमाइल चाय के फायदे

एंटी-इंफ्लेमेटरी और रोगाणुरोधी गुणों के कारण कैमोमाइल चाय घाव भरने के लिए भी बहुत अच्छी होती है। कैमोमाइल के अर्क को लोशन,आई क्रीम, साबुन और अन्य कॉस्मेटिक उत्पादों में भी मिलाया जाता है क्योंकि ये त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने में मदद करते हैं। इस जड़ी बूटी के औषधीय महत्व भी होते है और यह सोरायसिस और एक्जिमा जैसी त्वचा की स्थिति के इलाज के लिए भी प्रभावी होती है।

त्वचा के लिए कैमोमाइल चाय के प्रसिद्ध लाभ निम्न हैं:

1. यह त्वचा का रंग हल्का करती है

कैमोमाइल चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट में प्राकृतिक विरंजन के गुण होते हैं। यह त्वचा को ब्लीच करके रंग को हल्का करता है।

2. सनबर्न से बचाव करती है

सनबर्न सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी विकिरण के संपर्क में आने के कारण होता है। कैमोमाइल चाय के एंटीऑक्सिडेंट गुण त्वचा को शांत करने में मदद करते है जो सनबर्न को तेजी से ठीक करने में सहायता करते  है।

3. मुहांसे कम करती है 

कैमोमाइल चाय के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण मुँहासे के खतरे को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करते हैं। कैमोमाइल त्वचा को लाभ पहुँचाती है क्योंकि यह मुँहासे के धब्बे और निशान को कम करके त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाती है।

4. एंटी एजिंग का उपचार

कैमोमाइल चाय में एंटीऑक्सिडेंट का समृद्ध मिश्रण त्वचा को लाभ पहुंचाता है। यह शरीर में मुक्त कणों से लड़कर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं। यह त्वचा को जल्दी खराब होने से बचाता है। कैमोमाइल चाय कोशिका और ऊतक की रिजेनरेशन की प्रक्रिया को तेज करती है। यह त्वचा के छिद्रों को बंद करके उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करती है।

5. आंखों के नीचे के काले घेरे को करती है

कैमोमाइल चाय का स्थानीय अनुप्रयोग आंखों की आसपास की त्वचा के लिए भी अद्भुत काम करता है। इसके प्राकृतिक त्वचा-विरंजन गुण आंखों के नीचे काले घेरे को हल्का करते हैं। इसके अलावा एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते है और एंटीऑक्सिडेंट लाइनों व झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं।

कैमोमाइल चाय के दुष्प्रभाव

कैमोमाइल चाय के दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इनमें निम्न शामिल हैं

● उल्टी आना 

● चक्कर आना

जिन लोगों को कैमोमाइल उत्पादों या डेज़ी फैमिली के अन्य पौधों से एलर्जी है उनको इससे गंभीर एलर्जी हो सकती हैं।

कैमोमाइल अर्क निकालने का स्थानीय अनुप्रयोग आंखों के लिए परेशानी कर एक्जिमा एलर्जी का कारण बन सकता है। इसलिए जिन लोगों को कैमोमाइल से एलर्जी है, उन्हें इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसलिए सबसे हल्के कैमोमाइल चाय की कम मात्रा के साथ शुरुआत करना महत्वपूर्ण होता है।

कैमोमाइल चाय किसे नहीं पीनी चाहिए

 निम्नलिखित समूह के लोगों के लिए कैमोमाइल चाय की सिफारिश नहीं की जाती है।

● जो लोग एलर्जी प्रतिक्रियाओं से ग्रस्त होते हैं

● शिशुओं और छोटे बच्चों को 

● गर्भवती महिलाएं

● स्तनपान कराने वाली माताएं

● लिवर और किडनी की बीमारी वाले लोग

● सीडेटिव और रक्त को पतला करने वाली दवाओं का सेवन करने वाले लोग

कैमोमाइल चाय के लंबे समय तक उपयोग के क्या परिणाम होते है यह अभी तक ज्ञात नहीं हैं। इसलिए इसका नियमित सेवन नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष

कैमोमाइल चाय एक स्वस्थ पेय है। इसका अच्छा स्वाद और सुगंध इसे एक आरामदायक पेय बनाती है। लेकिन इसे इसके स्वास्थ्य लाभों के लिए पसंद किया जाता है। कैमोमाइल चाय में विटामिन, मिनरल्स और पौधों के यौगिकों की एक संरचना होती है जो इसे एक शक्तिशाली स्वास्थ्य पेय बनाती है। कैमोमाइल चाय के स्वास्थ्य लाभ मुख्य रूप से इसकी उच्च एंटीऑक्सीडेंट सामग्री से जुड़े हुए होते हैं। ये शरीर को हृदय रोग और कैंसर से बचाती हैं और त्वचा की प्राकृतिक उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी धीमा करती हैं। शून्य-कैफीन सूत्र मस्तिष्क के लिए अच्छा होता है। कैमोमाइल चाय त्वचा के लिए भी लाभकारी होती हैं। लेकिन कैमोमाइल चाय के अधिक सेवन से दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसके अलावा कैमोमाइल चाय उन लोगों को एलर्जी पैदा कर सकती है, जिन्हें कैमोमाइल पौधे से एलर्जी होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Read these next