Diet & Nutrition 1 MIN READ 6819 VIEWS April 18, 2023

क्या होते हैं कैल्शियम की कमी के लक्षण?

Written By HealthKart
Medically Reviewed By Dr. Aarti Nehra

कैल्शियम की कमी के लक्षण

कैल्शियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो हड्डियों, दांतों और नसों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसकी कमी से शरीर के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं। कैल्शियम की कमी आधुनिक जीवनशैली में आम समस्या है। कम कैल्शियम से होने वाली समस्याओं के कारणों में बढ़ती उम्र, खान-पान की अनुपयुक्तता और कुछ बीमारियां शामिल होती हैं। कैल्शियम,विटामिन डी शरीर के लिए दो बहुत ही महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं। कैल्शियम हड्डियों की गतिविधि को बढ़ाता है और विटामिन डी के साथ मिलकर रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। इन दोनों पोषक तत्वों के साथ शरीर को एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है। इस लेख में आपको कैल्शियम की कमी के लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी मिलेगी। इससे आप इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।

कैल्शियम की कमी के लक्षण

कैल्शियम की कमी एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो अक्सर बीमारियों के लक्षणों के रूप में दिखाई देती है। कैल्शियम की कमी होने के लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • हड्डियों में कमजोरी
  • दाढ़ी या नाखूनों का टूटना
  • दांतों की कमजोरी और ढीलापन
  • मांसपेशियों में दर्द या दुर्बलता
  • जोड़ों में दर्द या स्वेलिंग
  • नसों की खींचाव
  • अधिक थकान या कमजोरी
  • नींद में असुविधा
  • श्वसन की समस्याएं
  • गैस, कब्ज या पेट दर्द

अगर आपके  कैल्शियम के कमी के लक्षण इन लक्षणों में से कुछ भी होते हैं, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग

कैल्शियम की कमी उन लोगों में अधिक होती है जो खाने में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम युक्त आहार नहीं लेते हैं। कैल्शियम की कमी से निम्नलिखित रोग हो सकते हैं:

  • ओस्टियोपोरोसिस – हड्डियों की कमजोरी जो उन्हें आसानी से टूटने के लिए संवेदनशील बनाती है।
  • हाइपोकैल्सीमिया – यह होता है जब कैल्शियम की मात्रा बहुत कम हो जाती है, जिससे शरीर के अन्य अंगों में भी कमी का प्रभाव होता  है।
  • डिप्रेशन: कैल्शियम की कमी कई प्रकार के मनोदशा विकारों जैसे अवसाद से जुड़ी  हो सकती  है।

कैल्शियम के घरेलू स्रोत

आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आपको हड्डियों के लिए कैल्शियम भरपूर खाद्य पदार्थ खाने चाहिए। कैल्शियम हड्डियों के लिए बहुत जरूरी होता है। यह एक महत्वपूर्ण मिनरल होता है जो हमारी हड्डियों, नाखूनों और दांतों को मजबूत बनाता है। इसकी कमी से हमें ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

इसलिए, हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताएंगे जो कैल्शियम से भरपूर होते हैं।

1. सूखी मेवे

सूखी मेवों में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। आप कई प्रकार की सूखी मेवों जैसे की खजूर, मुनक्का और बादाम आदि का सेवन कर सकते हैं।  ये सूखी मेवे न केवल कैल्शियम से भरपूर होते हैं, बल्कि विटामिन, पोटैशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं। इसलिए, सूखी मेवे आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं।

2. दूध और दूध से बने उत्पाद

दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे की पनीर, दही, छाछ और चीज में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। आप अपनी रोजमर्रा की आवश्यकता के अनुसार इन उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। इन्हें खाने से आपकी हड्डियों में कैल्शियम का सतह मजबूत होगा जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारिया दूर रहेंगी।

3. सब्जियां

कुछ सब्जियां भी कैल्शियम से भरपूर होती हैं। इन्हें खाने से आपकी हड्डियों को आवश्यक कैल्शियम मिलता है। इन सब्जियों में स्पिनेच, ब्रोकोली, बंदगोभी, गोभी आदि शामिल हैं। इन्हें अपनी रोजमर्रा की डाइट में शामिल करने से आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।

अलग अलग खाद्य पदार्थों में कैल्शियम की मात्रा

यदि आप खाद्य पदार्थों के बारे में जानना चाहते हैं कि इनमें कितनी मात्रा में कैल्शियम होता है, तो यह जानकारी निम्नलिखित है:

  • सूरजमुखी के बीज: 100 ग्राम में 927 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • चिया बीज: 100 ग्राम में 631 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • तिल के बीज: 100 ग्राम में 1,450 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • सफेद सरसों के बीज: 100 ग्राम में 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • आलू: 100 ग्राम में 18 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • बैंगन: 100 ग्राम में 22 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • केले: 100 ग्राम में 6 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।
  • सेब: 100 ग्राम में 6 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।

इस तरह के और भी खाद्य पदार्थ हैं जो कैल्शियम से भरपूर होते हैं। अगर आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आपकी सेहत में सुधार होगा और हड्डियों को कैल्शियम की आवश्यकता भी पूरी होगी।

कैल्शियम की कमी के उपाय

यदि किसी व्यक्ति को कैल्शियम की कमी होती है तो उन्हें कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनमे  कैल्शियम की अच्छी मात्रा हों। कैल्शियम की कमी के उपाय निम्नलिखित हैं –

1. दूध

दूध में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है। एक गिलास दूध में लगभग एक तिहाई हिस्सा कैल्शियम होता है। दूध में प्रोटीन, विटामिन ए, और विटामिन डी भी होते हैं, इसलिए दूध का नियमित सेवन करें।

2. मछली

मछली कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है। सार्डिन्स और केंड सल्मन में इसकी भरपूर मात्रा पाई जाती है।

3. ऑरेंज जूस

फोर्टिफाइड ऑरेंज जूस भी कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत होता है। एक कप जूस में कुछ तरह के विटामिन्स भी प्राप्त होते हैं।

4. चीज़

चीज़ एक पौष्टिक डेयरी उत्पाद है जो शरीर में कैल्शियम के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, और यह अन्य महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज भी प्रदान करता है।

5. मूंगफली

मूंगफली एक बहुत ही स्वादिष्ट सूखा मेवा है। इसमें कैल्शियम के साथ-साथ मैग्नीशियम और विटामिन ई की भी अच्छी मात्रा होती है। इसका नियमित सेवन हड्डियों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

6. सोया

सोया एक अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ है जो कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है। इसमें फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी की भी भरपूर मात्रा होती है। सोया के नियमित सेवन से हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है।

7. हरी सब्जियां 

पालक, बाथुआ, चौलाई, मेथी जैसी हरी सब्जियां अच्छे कैल्शियम के स्त्रोत होती हैं। इनका नियमित सेवन न केवल कैल्शियम बल्कि अन्य पोषक तत्वों की भी भरपूर मात्रा से लाभ पहुँचाता है। हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए शीतलहरी सब्जियों का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है।

8. बादाम 

बादाम कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत हैं और ये हमारे शरीर के लिए भी फायदेमंद होते हैं। हालांकि छिलके उतारे हुए बादाम की बात करें तो इसमें कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है।

कैल्शियम ज्यादा होने के लक्षण

कैल्शियम ज्यादा होने के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • उल्टी
  • पेशाब में संक्रमण
  • थकान
  • पेट में दर्द
  • श्वसन में असुविधा
  • कब्ज
  • जोड़ों में दर्द

कैल्शियम की अधिकता से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • स्वस्थ आहार लें, जो कैल्शियम का उचित स्रोत होते हैं। इसमें दूध एवं दूध से बनी चीजें, मछली, हरी सब्जियां, तिल, नट्स और बीज शामिल होते हैं।
  • डॉक्टर द्वारा सुझाए गए उपयुक्त डोज़ में विटामिन डी सप्लीमेंट लें। विटामिन डी कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।
  • व्यायाम करें और समय-समय पर अधिकतम वजन उठाएं।
  • धूप में निकलें। धूप विटामिन डी की अत्यधिक स्रोत होती है।

नोट : कैल्शियम की अधिकता के लक्षणों को नजरअंदाज न करें और अगर आपको इस बारे में कोई भी चिंता हो तो एक चिकित्सक से परामर्श लें।

कन्क्लूज़न

कैल्शियम की कमी से कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे हड्डियों का कमजोर होना, ओस्टियोपोरोसिस, दांतों का जड़ से टूट जाना, मांसपेशियों में कमजोरी, पैरों में दर्द आदि। शरीर में कैल्शियम की कमी के लक्षण काफी गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है, तो एक चिकित्सक से सलाह लेना बेहद जरूरी होता है। इससे आप समस्या से जल्दी छुटकारा पा  सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।

कैल्शियम की कमी के लक्षण के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए डेयरी उत्पाद, ब्रोकोली, सोयाबीन, साग-सब्जियां, बादाम, तिल, खजूर, सीफूड़ और मछली जैसे खाद्य पदार्थ खाएं। अधिक सूर्य प्रकाश और विटामिन डी युक्त आहार भी कैल्शियम को अधिक अवशोषित करने में मदद करता है। यदि आहार से पूरी मात्रा में कैल्शियम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर द्वारा निर्धारित स्वरूप में कैल्शियम के खुराक का सेवन किया जा सकता है।

कैल्शियम सबसे ज्यादा दूध और दूध से बनी चीजों में पाया जाता है। इसके अलावा ब्रोकोली, बादाम, तिल, खजूर, सोयाबीन, साग-सब्जियां, सीफूड़ और मछली में भी कैल्शियम की मात्रा होती है। आहार में कैल्शियम की आवश्यकता होने पर डॉक्टर से परामर्श लेकर कैल्शियम युक्त आहार लेना चाहिए।

कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है जो हड्डियों, दांतों और नसों के निर्माण में मदद करता है। दूध और दूध से बनी चीजें कैल्शियम के लिए बहुत उपयोगी होती हैं। इसके अलावा ब्रोकोली, बादाम, तिल, खजूर, सोयाबीन, साग-सब्जियां, सीफूड़ और मछली भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं।

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