Chronic Conditions 1 MIN READ 6768 VIEWS May 9, 2023

गले का कैंसर की पहचान कैसे करें

गले का कैंसर की पहचान

गले का कैंसर गले के ऊतकों में विकार होने से होता है जो आमतौर पर अधिकतर गले के पीछे के हिस्से में आरंभ होता है। यह गंभीर बीमारी है जो उम्रदराज व्यक्तियों में अधिक होती है। इसके मुख्य कारणों में तंबाकू या शराब का अधिक सेवन, वायरस या बैक्टीरियल संक्रमण, अनियमित खान-पान, धूम्रपान और शरीरिक समस्याएं शामिल हैं। इसके लक्षणों में गले में दर्द, गले के अंदर कुछ चीजों को निगलने में मुश्किल, गांठ या उबाव जैसे संकेत हो सकते हैं।

इसे लेख में हम आपको गले के कैंसर के बारे में  बताएँगे। इस बीमारी के बारे में जानकारी होना आवश्यक है क्योंकि इसका पता चलने में समय लगता है और अधिकतर मामलों में दोष उत्पन्न हो जाता है। गले के कैंसर के लक्षणों के बारे में जानना जरूरी है ताकि अगर आपको इसके लक्षण दीखते है  तो आप अपने चिकित्सक की सलाह ले सकें।

गले के कैंसर के कारण

गले के कैंसर के कई कारण होते हैं। सबसे बड़ा कारण वायरस होता है जो एप्स्टीन-बार वायरस (EBV) नाम से जाना जाता है। इस वायरस का असंतुलन शरीर में रखा जाता है और इससे गले के कैंसर का कारण बनता है।

  • धूम्रपान और तंबाकू खाने से: धूम्रपान और तंबाकू खाने से गले के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। जब तंबाकू या बीड़ी पीते हैं, तो उनमें निकोटीन होता है, जो आपके गले के ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है।
  • बार-बार खराब खाने से: अगर आप बार-बार तले हुए या जली हुए खाने का सेवन करते हैं, तो इससे आपके गले को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अपने खाने की देखभाल करें और एक स्वस्थ आहार लें।
  • उच्च मांस आहार: उच्च मांसाहार भी गले के कैंसर के मुख्य कारणों में से एक हो सकता है।
  • वायरस इंफेक्शन: हुमन पापीलोमा वायरस (HPV) और इंफेक्शन के कारण बनने वाले अन्य वायरस भी गले के कैंसर के कारण हो सकते हैं।
  • जीवाणु इंफेक्शन: समान्यत जीवाणु इंफेक्शन गले के कैंसर के लिए एक जोखिम नहीं होता है, लेकिन अगर इसे अनदेखा किया जाता है तो यह कैंसर के विकास को बढ़ावा दे सकता है।
  • अनियमित दिनचर्या: अनियमित दिनचर्या और अधिक तनाव भी गले के कैंसर के लिए एक मुख्य कारण हो सकते हैं।

गले में कैंसर होने के लक्षण

गले में कैंसर होने के लक्षण निम्नलिखित हैं –

1. गले में दर्द या तकलीफ

गले में दर्द या तकलीफ एक ऐसा लक्षण हो सकता है जो गले के कैंसर का संकेत दे सकता है। यदि आपको गले में दर्द होता है और यह बढ़ता ही जाता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

2. स्वल्प श्वसन में दिक्कत

गले के कैंसर के मरीजों को श्वसन में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यदि आपको श्वसन में कोई समस्या होती है, तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

3. भूख न लगना

गले के कैंसर के मरीजों को भूख नहीं लगती होती है। इसलिए, यदि आपको भूख नहीं लगती है और आप खाने से इनकार करते हैं।

4. जीभ के निचले हिस्से में दर्द

अधिकतर मामलों में, गले के कैंसर के रोगी को जीभ के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत होती है।

5. गले के अंदर घाव या घावों की गांठ

गले के कैंसर के मामलों में, रोगी को गले के अंदर घाव या गांठ की शिकायत हो सकती है।

6. स्वर बदलना

अधिकतर मामलों में, गले के कैंसर के रोगी को स्वर बदलने की शिकायत होती है। रोगी का स्वर नीचे आ सकता है या उच्च स्वर नहीं निकल पाता है।

7. संक्रमण

गले के कैंसर के मामलों में, रोगी को गले के अंदर संक्रमण की शिकायत हो सकती है।

गले के कैंसर का इलाज

गले के कैंसर के इलाज का चयन लक्षणों के आधार पर किया जाता है। इसके लिए, एक अनुभवी चिकित्सक को आपके लक्षणों का समूह देखना चाहिए और आपके लिए सबसे उचित उपचार निर्धारित करना चाहिए।

गले के कैंसर का इलाज निम्नलिखित हैं :

  • सर्जरी: गले के कैंसर के उपचार के लिए सबसे सामान्य उपाय सर्जरी होता है, जिसमें कैंसर के प्रभावित हिस्से को हटाया जाता है।
  • रेडिएशन थेरेपी: गले के कैंसर के उपचार में रेडिएशन थेरेपी एक अन्य विकल्प हो सकता है, जिसमें उच्च ऊर्जा वाले अल्ट्रावायलेट रेडिएशन बीमें उपयोग किए जाते हैं जो कैंसर को मार सकते हैं।
  • केमोथेरेपी: केमोथेरेपी एक और विकल्प हो सकता है, जिसमें दवाओं का उपयोग करके कैंसर को रोका जाता है।

गले का कैंसर की पहचान

गले के कैंसर की पहचान निम्नलिखित तरीकों से की जा सकती है:

  • फिजिकल एग्जाम: एक चिकित्सक आपकी गले की जांच करके गले के कैंसर की पहचान कर सकता है। वह आपकी जीभ को भी जांचेगा क्योंकि गले के कैंसर के लक्षणों में जीभ में दर्द और अण्डकोष शामिल हो सकते हैं।
  • जांच के टेस्ट: गले के कैंसर की पहचान करने के लिए अन्य टेस्टों की भी जरूरत हो सकती है। इनमें शामिल हैं सीटी स्कैन, मेग्नेटिक रिसोनेंस इमेजिंग (एमआरआई), एक्स-रे और बायोप्सी।
  • ब्लड टेस्ट: गले के कैंसर की पहचान करने के लिए ब्लड टेस्ट भी किया जा सकता है। इसमें कैंसर से संबंधित ब्लड टेस्ट शामिल होते हैं जैसे कि कैंसर सेल काउंट और ट्यूमर मार्कर्स।

नोट : यदि आपको गले के कैंसर के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको जल्द से जल्द एक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

गले में कैंसर की गांठ की पहचान

गले में कैंसर की गांठ की पहचान करने के लिए निम्नलिखित लक्षणों का ध्यान देना चाहिए:

  • गले में दर्द या असहनीय दबाव का अनुभव
  • गले में सूजन या गांठ का उपस्थित होना
  • गले में खराश या खुजली का अनुभव
  • सांस लेने में तकलीफ या ठंडी सांस का अनुभव
  • गले के पीछे या गले के भीतर घोंघे जैसा अनुभव
  • अगर आपको इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है, तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से मिलना चाहिए। आपका चिकित्सक आपकी जांच करेंगे और आपको सही उपचार का सुझाव देंगे।

कन्क्लूज़न

कैंसर एक जानलेवा बीमारी है जो जीवन की गुणवत्ता को खत्म कर देती है। इस बीमारी का एक रूप गले के कैंसर होता है, जो गले में असामान्य सेलों के विकास से होता है। यह सेल नियंत्रण से बाहर निकल जाते हैं और आसानी से अन्य अंगों में फैल जाती हैं। इस लेख में हमने आपको गले के कैंसर के लक्षण और उपाय दोनों के  बारे में बताया है ,इसके लक्षण, कारण, इलाज और रोकथाम के बारे में भी हमने आपको जानकारी दी है,फिर भी आपको समस्या हो तो अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। आपके चिकित्सक आपके लक्षणों का पूर्ण विश्लेषण करेंगे और आपके लिए उचित उपचार निर्धारित करेंगे।

गले के कैंसर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

गले में कैंसर के शुरुआती लक्षण शामिल हो सकते हैं: गले में दर्द, गले में सूजन, गले में रुकावट या आवाज में बदलाव, अचानक वजन कमी, थकान, खांसी, जुकाम और गले में बार-बार इंफेक्शन का अनुभव। यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी अनुभव होता है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए। कैंसर के शुरुआती लक्षणों का जल्दी से पता चलना बहुत आवश्यक होता है।

गले का कैंसर पता लगाने के लिए पहले तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपके लक्षणों को देखकर और एक शारीरिक परीक्षण करके यह जांचता है कि क्या आपको गले का कैंसर है। इसके लिए फाइबर ऑप्टिक इंडोस्कोपी या बायोप्सी की भी जरूरत पड़ सकती है। डॉक्टर आपकी जांच के बाद सटीक जानकारी देता है कि आपको गले का कैंसर है या नहीं।

गले में कैंसर के लक्षणों में गले में दर्द, गले के अंदर कुछ चीजों को निगलने में मुश्किल, गले के पीछे लटकती हुई लम्बी बालों की तरह दिखने वाली एक गांठ या उबाव हो सकता है। इसके अलावा, गले में सूजन, खांसी, सांस लेने में परेशानी और ताकत का नुकसान भी हो सकता है। यदि आपको इन लक्षणों का सामना होता है, तो आपको तुरंत एक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

गले का कैंसर गले की ऊतकों में असामान्य विकारों से होता है। इसमें गले के पीछे, गले के अंदर, गले के आसपास या टॉन्सिल में विकार हो सकता है। सबसे आम कारण तंबाकू या शराब का खपत होता है। अन्य कारण शामिल हैं - वायरस या बैक्टीरियल संक्रमण, अनियमित खान-पान, धूम्रपान और एक शरीरिक समस्या जैसे कि एसआईडीएस या एचआईवी।

6 responses to “गले का कैंसर की पहचान कैसे करें”

  1. Good afternoon sir
    Sir hamare gale ke left side ke kinare me dard jaisa feel hota hai aur kuch bhi nigalne me bhi dard hota hai aur gale me kharash bana rehta hai aur left side ke kaan me bhi kabhi kabhi dard mehsoos hota hai to sir iska kya karan ho sakta hai

    • गले में दर्द, खराश, और निगलने की तकलीफ जैसे लक्षण, गले के संक्रमण की तरफ ईशारा करते हैं। इसके अलावा एलर्जी और एसिडिटी की वजह से भी यह तकलीफ हो सकती है। इन के साथ सूजन की वजह से कान में दर्द का अनुभव भी हो सकता है। इसके लिए आप गरम पानी में अजवायन उबाल लें, उसे ठंडा करके उस पानी के गरारे करें। पूरा दिन गुनगुना पानी पिएं और हो सके तो मसालेदार और ठंडी चीजों से बचें। अगर ये उपाय करने के बाद भी दर्द बढ़ रहा है या बुखार आ रहा है तो तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श करें।

  2. Mere gale mein gaanth ho gyi h dheere dheere ye gaanth badh rhi hai and gale ke charo taraf muscle tight ho rahe hai kya kare

    • गले के संक्रमण के बाद इलाज की वजह से खुजली हो सकती है। यह कभी -कभी दवा के दुष्प्रभाव की वजह से हो सकता है। इसके अलावा अगर दवा का इस्तेमाल निर्देशानुसार न किया जाए, तब भी खुजली की संभावना बढ़ जाती है।

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