

उच्च रक्त शर्करा के स्तर के लक्षण अक्सर रडार के नीचे रहते हैं और 10 में से 8 लोगों को यह पता ही नहीं चलता कि उनके पास उच्च रक्त शर्करा का स्तर भी है। अक्सर कई लोग उच्च रक्त शर्करा के स्तर के लक्षणों को अनदेखा करते हैं। कभी-कभी इसके सबसे सरल लक्षणों को जैसे लगातार थकान का होना, सिरदर्द होना और बार-बार पेशाब आना आदि को अनदेखा कर दिया जाता है, लेकिन वास्तव में ये उच्च रक्त शर्करा के लक्षण हो सकते हैं।
मधुमेह का होना काफी आम बात होती है, सही समय पर उचित उपचार और एहतियाती उपाय के द्वारा इसे रोका जा सकता है। उच्च रक्त शर्करा के स्तर वाले रोगियों को नियमित रूप से निर्धारित दवाएं लेने के साथ -साथ उचित आहार और जीवन शैली का पालन करने की आवश्यकता होती है।
इस लेख के द्वारा मधुमेह के कई प्रारंभिक लक्षणों के बारे में बताया गया है जिनके बारे में सभी को जानना चाहिए। मुख्य विषय पर जाने से पहले,यह जानना आवश्यक हैं कि वास्तव में मधुमेह क्या होता है।
मधुमेह के बारे में एक संक्षिप्त
व्यक्ति को मधुमेह तब होता है जब उसका रक्त शर्करा का स्तर सामान्य स्तर से बढ़ जाता है। यह इंसुलिन प्रतिरोध या इंसुलिन बनाने में शरीर की अक्षमता के कारण होता है। पहला मामला टाइप 2 मधुमेह व दूसरा मामला टाइप 1 मधुमेह का कारण बनता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि आमतौर पर टाइप 1 मधुमेह का निदान बचपन में किया जा सकता है क्योंकि टाइप 1 मधुमेह मुख्य रूप से जन्मजात होता है। जबकि टाइप 2 मधुमेह व्यक्ति की उम्र के बढ़ने पर होता है और यह ज्यादातर 50 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों में देखा जाता है।
हालांकि कुछ व्यक्ति प्रीडायबिटीज के चरण में भी हो सकते हैं, जिसमें रक्त शर्करा का स्तर सामान्य स्तर से अधिक होता है लेकिन टाइप 2 मधुमेह के समान उच्च नहीं होता है। जो व्यक्ति प्रीडायबेटिक होते हैं ये अच्छी अवस्था में होते हैं क्योंकि इस अवस्था में जीवनशैली में कुछ बदलाव करके मधुमेह को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
उच्च रक्त शर्करा स्तर के प्रारंभिक लक्षण
उच्च रक्त शर्करा के निम्नलिखित लक्षण होते हैं जिन्हें कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए:
1. बार-बार पेशाब का आना
बार-बार पेशाब का आना मधुमेह के सबसे आम प्रारंभिक लक्षणों में से एक होता है , मधुमेह वाले अधिकांश व्यक्ति इससे होकर गुजरते हैं। रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ने पर किडनी प्रभावी रूप से शर्करा को फिल्टरऔर अवशोषित करने में सक्षम नहीं होती हैं और अतिरिक्त शर्करा को पानी के साथ पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल देती हैं। इसके कारण पेशाब करने की इच्छा बढ़ जाती है और बार-बार बाथरूम में जाना पड़ता है। यदि आपको लम्बे समय तक पेशाब करने की इच्छा में वृद्धि दिखाई देती हैं, तो आपको डॉक्टर से अवश्य परामर्श करना चाहिए।
2. बार-बार थकान का होना
थकान कई कारणों से भी हो सकती है। यह काम के तनाव, व्यक्तिगत तनाव और जीवनशैली से जुड़े अन्य कारणों से हो सकती है। लेकिन अगर आपको नियमित रूप से या सुबह दिन शुरू होने से पहले ही थकान महसूस होती है, तो यह टाइप 2 मधुमेह का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है।
इसके अलावा यदि आपको नींद लेने का मन करता है या दोपहर के भोजन के बाद थकान महसूस होती है, तो इसका मतलब यह है कि आप प्रीडायबिटीज अवस्था में होते हैं। इसके अलावा यदि प्रीडायबिटीज वाले लोग रोजाना बहुत अधिक मात्रा में शर्करा और कार्ब्स का सेवन करते हैं, तो इससे भी थकान हो सकती है। एहतियाती उपाय के लिए इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि आप क्या खाते हैं और आपकी सम्पूर्ण जीवनशैली कैसी है।
3. प्यास का बढ़ना
जैसा कि ऊपर बताया गया है की मधुमेह वाले लोगो को बार -बार पेशाब आती हैं। और बार-बार पेशाब आने से पानी की कमी होने लगती है जिससे बार-बार प्यास लगती है। जैसे ही आप पेशाब करते हैं, आपके शरीर में से पानी निकल जाता है जो डिहाइड्रेशन का कारण बनता है।
4. दृष्टि का धुंधली होना
उच्च रक्त शर्करा के स्तर के प्रभाव न केवल लगातार पेशाब और थकान होना तक ही सीमित होते हैं, बल्कि ये शरीर के अन्य अप्रत्याशित क्षेत्रों में भी बाधा उत्पन्न करते हैं। आंखें एक ऐसा अंग होती है जो शरीर में उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण प्रभावित होती है। यह आँखों में छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाता है जिसके परिणामस्वरूप आँखों के ऊतकों में सूजन आ जाती है जिससे दृष्टि धुंधली हो सकती है। यदि शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित हो जाता है, तो आपकी दृष्टि में बह सुधार हो जाता है।
5. सिरदर्द होना
मधुमेह के 10 में से 7 रोगी को सिरदर्द का अनुभव होता हैं। बार-बार होने वाले इस सिरदर्द में धुंधली दृष्टि प्रमुख भूमिका निभाती है। इसके अलावा डिहाइड्रेशन के कारण भी सिरदर्द हो सकता है। हालांकि, सिरदर्द विभिन्न कारणों और परिस्थितियों से भी हो सकता है। लेकिन अगर आपको बार-बार अस्पष्टीकृत धुंधली दृष्टि और सिरदर्द का अनुभव हो रहा है, तो आपको तुरंत अपनी जांच करानी चाहिए।
6. भूख का बढ़ना
जैसे-जैसे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर जैसे-जैसे बढ़ता जाता है शरीर पेशाब के माध्यम से अतिरिक्त शर्करा को बाहर निकालने की लगातार कोशिश करता है। इस दौरान शरीर बहुत सारा ग्लूकोज भी बाहर निकाल देता है जो आहार के माध्यम से मिलता है। जिससे आपको बार – बार भूख महसूस होती हैं। यही कारण है कि मधुमेह के रोगियों को बार-बार कम मात्रा में भोजन करने और दिन का कोई भी भोजन न छोड़ने के लिए कहा जाता है।
7. अस्पष्टीकृत या अप्राकृतिक रूप से वजन घटना
टाइप 2 मधुमेह रोगी अक्सर शरीर की अतिरिक्त ग्लूकोज को डिस्चार्ज करने की प्रवृत्ति के कारण अस्पष्टीकृत वजन घटाने से गुजरते हैं। कैसे? क्योंकि ग्लूकोज आपके शरीर में ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। जब शरीर से ग्लूकोज निकलता है, तो वह आवश्यक ऊर्जा के लिए इसका उपयोग नहीं कर पाता है। नतीजतन, शरीर स्वाभाविक रूप से मांसपेशियों और वसा को जलाना शुरू कर देता है, जिससे वजन कम होने लगता है। आप यह भी देखेंगे कि आपकी त्वचा ढीली पड़ रही है और अपनी लोच खो रही है।
उच्च रक्त शर्करा से बचने के लिए खाद्य पदार्थ
उच्च रक्त शर्करा से बचने के लिए निम्न पेय और खाद्य पदार्थ इस प्रकार से हैं:
1. सुगन्धित पेय पदार्थ
प्रीडायबिटीज या टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों को किसी भी तरह के मीठे पेय जैसे पैकेज्ड फ्रूट जूस, कोला, सोडा या अन्य कार्बोनेटेड ड्रिंक आदि से बचना चाहिए। इन पेय पदार्थों में फ्रुक्टोज की मात्रा भी होती है जो शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनता है।
2. ट्रांस फैट वाले खाद्य पदार्थ
उच्च शर्करा स्तर से जूझ रहे लोगों को किसी भी तरह के कृत्रिम ट्रांस-फैट से सख्ती से बचना चाहिए। जिन खाद्य पदार्थों में ट्रांस-फैट शामिल होती है वे निम्न है जैसे मार्जरीन, स्प्रेड, पीनट बटर, सावर क्रीम, व्हीप्ड क्रीम और जमे हुए खाद्य पदार्थ आदि हैं। इन्हें अक्सर पैकेज्ड कुकीज, क्रैकर्स या मफिन्स में मिलाया जाता है। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थ को खरीदने से पहले हमेशा पैकेजिंग विवरण की जांच करनी चाहिए।
3. रिफाइंड अनाज से बने खाद्य पदार्थ
मधुमेह रोगियों के लिए सफेद ब्रेड, पास्ता, चावल, या नूडल्स एक बड़ी संख्या होती है। इन खाद्य पदार्थों में रिफाइंड आटा होता है और ये प्रोसेस्ड होते हैं। इसलिए ये कार्ब्स में उच्च होते हैं। किसी भी प्रकार के मैदे से बना भोजन से मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि होती है। इसके विपरीत साबुत अनाज का विकल्प ले सकते हैं।
4. मीठा दही और अनाज का नाश्ता
कृत्रिम रूप से स्वाद वाले किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ में शर्करा की मात्रा अच्छी होती है। इसलिए, मधुमेह के रोगियों को स्वादिष्ट दही और अनाज वाले नाश्ते से बचना चाहिए।
5. सूखे मेवे
फलों में प्राकृतिक शर्करा पायी जाती है और इस प्रकार की शर्करा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होती है। हालांकि प्रोसेसिंग अवधि के दौरान डिब्बाबंद या रेडीमेड मेवों में पानी खत्म हो जाता हैं। जिसके फलस्वरूप शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है और पानी कम हो जाता है।
कन्क्लूज़न
“निवारण हमेशा इलाज से बेहतर होता है”। कहा जाता है कि, प्रत्येक व्यक्ति को उन संकेतों और लक्षणों के बारे में सावधान रहना चाहिए जो किसी भी बीमारी के प्रारम्भिक चरण में शरीर के द्वारा बताई जाती बताने की कोशिश करता है। ऐसे संकेतों और लक्षणों को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। उच्च रक्त शर्करा के विभिन्न कारण होते हैं और ये कारण अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग होते हैं, हमें ऐसी बीमारियों से बचने के लिए एक उचित स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की आवश्यकता होती है।