

कई ऐसी बीमारियां होती हैं जिनकी वजह से शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है। इन बीमारियों की वजह से समाज के बहुत लोग प्रभावित होते हैं। ज़ाहिर है कि आपकी बॉडी में मौजूद सभी विटामिन्स की अपनी अपनी भूमिका होती है। यही विटामिन्स आपको तारो-ताज़ा रखते हैं और इन्हीं के द्वारा आपकी ज़िन्दगी बेहतर तरीके से चलती है। अगर शरीर में किसी भी विटामिन की कमी हो जाती है तो आप बीमार पड़ सकते हैं। शायद आप सही समझे, ये विटामिन्स ही आपकी ज़िन्दगी हैं। इनके बिना जीवन में वो रस कहाँ जिनकी हमें और आपको ज़रूरत है।
विटामिन की कमी के लक्षण
अगर किसी में भी विटामिन की कमी हो गई है तो उसके लक्षण को समझना आसान नहीं है तो मुश्किल भी नहीं है। क्या आप जानते हैं कि किस विटामिन की कमी से पैर में दर्द होता है। अगर नहीं जानते तो आपको ये जानना चाहिए। इसके अलावा बालों की दशा भी खराब हो जाती है। जोड़ों में दर्द रहने लगता है। ऐसे ही ना जाने कितने सिम्टम्स हैं जिनसे शरीर में विटामिन्स की कमी का पता चलता है। आइये अब इसी चर्चा को आगे बढ़ाते हैं और विस्तार से बात करते हैं।
1. भंगुर बाल और नाखून
ऐसे बहुत से कारण हैं जिनसे बाल और नाखून भंगुर हो सकते हैं। उनमें से एक बायोटिन की कमी है। बायोटिन को विटामिन बी-7 भी कहा जाता है। बायोटिन भोजन को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। हालाँकि बायोटिन की कमी बहुत कम होती है लेकिन जब ऐसा होता है तो बालों और नाखूनों का टूटना सबसे अधिक ध्यान देने योग्य लक्षण होते हैं।
बायोटिन की कमी के अन्य लक्षण हैं थकान होना, मांसपेशियों में दर्द होना, ऐंठन होना और हाथ और पैरों में झुनझुनी होना आदि शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं, ज़्यादा धूम्रपान करने वालों और डाइजेस्टिव डिसऑर्डर्स वाले लोगों में बायोटिन की कमी होने का सबसे अधिक खतरा होता है। बायोटिन अंडे की जर्दी, ऑर्गन मीट, मछली, मांस, नट्स, बीज, पालक, ब्रोकोली, फूलगोभी, शकरकंद, साबुत अनाज और केले आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
2. मुंह में छाले पड़ना
मुंह के अंदर के छाले या घाव कुछ विटामिन या मिनरल्स की कमी के कारण हो सकते हैं। मुंह के छाले अक्सर आयरन या विटामिन बी की कमी की वजह से होते हैं। चीलिटिस के कारण मुंह के कोने फट जाते हैं या खून बहने लगता है। ऐसी दशा अतिरिक्त लार बहने से या डिहाइड्रेशन के कारण भी हो सकती है। हालाँकि ऐसा आयरन और बी विटामिन के कम सेवन के कारण भी हो सकता है।
आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों में पोल्ट्री, मांस, मछली, फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, मेवे, बीज और साबुत अनाज शामिल हैं। वहीँ थायमिन, राइबोफ्लेविन और पाइरिडोक्सिन के अच्छे स्रोतों में साबुत अनाज, मुर्गी पालन, मांस, मछली, अंडे, डेयरी, अंग मांस, फलियां, हरी सब्जियां, स्टार्च वाली सब्जियां, नट और बीज शामिल हैं।
3. मसूड़ों से खून बहना
कभी-कभी दाँत साफ करने में मसूड़ों से खून बहने लगता है। ऐसा विटामिन सी की कमी वाले आहार की वजह से हो सकता है। विटामिन सी घाव भरने और इम्युनिटी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में भी काम करता है। आपका शरीर अपने आप विटामिन सी नहीं बनाता है इसलिए इसका स्तर बनाए रखने का एकमात्र तरीका आपकी डाइट है। अगर आप ताजे फल और सब्जियों का सेवन करते हैं तो विटामिन सी की कमी को दूर किया जा सकता है।
विटामिन सी की कमी से मसूड़ों से खून आता है और दांत भी गिरते हैं। इससे आपका इम्म्यून सिस्टम भी कमजोर होता है, मसल्स और हड्डियां भी कमजोर होती हैं, साथ ही थकान और सुस्ती भी महसूस होती है। अगर आप रोज़ाना एक दो फल और सब्जियों का सेवन करके विटामिन सी की कमी को पूरा कर सकते हैं।
4. रात में कम दिखना
अगर आपकी डाइट में नुट्रिएंट्स की कमी है तो इससे दृष्टि संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ऐसा विटामिन ए की कमी के कारण होता है। इससे कम रोशनी या अंधेरे में देखने की क्षमता पर असर पड़ता है। असल में विटामिन ए रोडोप्सिन का उत्पादन करने के लिए ज़रूरी होता है। आंखों के रेटिना में पाया जाने वाला पिग्मेंट रात में देखने में मदद करता है। ऐसे में रतौंधी जीरोफथाल्मिया में बदल सकती है जो कॉर्निया को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे आँखों की रोशनी भी जा सकती है।
विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए आपको मांस, डेयरी प्रोडक्ट, अंडे, मछली, हरा साग और सब्जियां खानी चाहियें। हालाँकि जब तक कमी का निदान नहीं हो जाता तब तक विटामिन ए की खुराक लेने से बचना चाहिए।
5. रेस्टलेस लेग सिंड्रोम
रेस्टलेस लेग सिंड्रोम जिसे विलिस-एकबॉम रोग के रूप में भी जाना जाता है जो पैरों में एक असुविधाजनक उत्तेजना पैदा करती है। ऐसे में जब आप सोने की कोशिश कर रहे होते हैं तो हिलने-डुलने की इच्छा तेज हो जाती है।
एक रिसर्च के अनुसार ऐसे लक्षण अक्सर गर्भावस्था के दौरान दिखाई देते हैं जब महिलाओं में आयरन का लेवल गिर जाता है। ऐसे में आयरन का लेवल बनाये रखने के लिए आपको रेड मीट, चिकन, मछली, फलियां, हरा साग, नट, बीज और साबुत अनाज जैसे आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाना बहुत फायदेमंद हो सकता है।
6. त्वचा पर लाल या सफेद दाने
विटामिन्स की कमी होने से आप केराटोसिस पिलारिस जैसी स्थिति से भी गुज़र सकते हैं। ये एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण गालों, हाथों, जांघों या नितंबों पर गूज़बंप जैसे उभार आ जाते हैं। ये छोटे छोटे थक्के तब दिखाई देते हैं जब बालों के रोम में बहुत अधिक केराटिन का उत्पादन होता है। ऐसी स्थिति से जूझ रहे लोगों को अपने आहार में विटामिन ए और सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। इसमें आप ऑर्गन मीट, डेयरी प्रोडक्ट, अंडे, मछली, हरे पत्ते वाली सब्जियां, पीले-नारंगी रंग की सब्जियां और फलों को शामिल कर सकते हैं।
7. बालों का झड़ना
बालों का झड़ना एक बहुत ही सामान्य लक्षण है। ज़िंक और आयरन जो कि मिनरल्स हैं जिसकी कमी के कारण आपके गिर सकते हैं। ऐसे में लिनोलिक एसिड और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड बालों के विकास और रखरखाव के लिए आवश्यक फैटी एसिड हैं। इसी तरह नियासिन जो विटामिन बी 3 के नाम से जाना जाता है, ये भी बालों को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है। ऐसे ही बायोटिन विटामिन बी 7 है, जिस विटामिन की कमी होने पर बाल झड़ सकते हैं। ऐसे में आपको मांस, मछली, अंडे, फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, मेवे, बीज और साबुत अनाज आयरन और जिंक आदि का सेवन करना चाहिए।
8. पपड़ीदार पैचेज़ और डैंड्रफ –
सेबरेरिक डार्माटाइटिस और डैंड्रफ त्वचा डिसऑर्डर्स का एक हिस्सा हैं। डैंड्रफ और सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस होने के कई कारण हो सकते हैं जिसकी वजह नुट्रिएंट्स की कमी वाला आहार उनमें से एक हो सकता है। ऐसे में आप अपने आहार में साबुत अनाज, चिकन, मांस, मछली, अंडे, डेयरी प्रोडक्ट, फलियां, हरी सब्जियां, स्टार्च वाली सब्जियां, नट और बीज को शामिल कर सकते हैं।
कन्क्लूज़न
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि किसी भी विटामिन की कमी से कैसी कैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए आपको अपने खाने पीने का पूरा ख्याल रखना चाहिए। आपका आहार ही आपका जीवन है। इसी आहार के द्वारा आपको सारे विटामिन्स मिलते हैं। अगर आपकी डाइट ही कमज़ोर होगी तो फिर आप इन विटामिन्स से वंचित रह जायेंगे। अपना ख्याल रखियेगा।
विटामिन की कमी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 2. विटामिन की कमी होने से क्या होता है?
आपके बाल झड़ने लगते हैं। शरीर में दाने निकलते हैं। अधिक जानकारी के लिए ऊपर लिखा आर्टिकल पढ़िए।
प्रश्न 3. सुंदर लगने के लिए कौन सा विटामिन इस्तेमाल करना चाहिए?
बालों से लेकर स्किन तक का ख्याल रखने के लिए विटामिन ई और विटामिन ए अच्छे हैं। विटामिन ई त्वचा और बालों को सुंदर बनाता है। इसी तरह शरीर को निरोगी बनाने के लिए विटामिन ए भी बहुत जरूरी है।