

शलजम तो आप भी खाते होंगे। शलजम में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। शलजम एक ऐसी सब्ज़ी है जो कई तरह के नुट्रिएंट्स से भरा हुआ होता है। शलजम ज़मीन के नीचे पैदा होता है। मतलब शलजम एक तरह की जड़ है। शलजम के साथ ही उसके पत्ते भी बहुत फायदे के होते हैं। शलजम में विटामिन सी का उच्च स्रोत पाया जाता है जबकि इसके पत्तों में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, फोलिएट और कैलशियम भरपूर मात्रा में होते हैं। शलजम देखने में गोल होते हैं। प्रकृति ने इस सब्जी की कई विभिन्न किस्में बनाई हैं। हर तरह के शलजम का अपना अलग ही मज़ा और रंग होता है। इसमें कैलोरी बहुत कम होती है। इसलिए फिट रहने के लिए शलजम बहुत ही फायदेमंद है। चूँकि शलजम बहुत सारी बीमारियों में फायदा करता है इसलिए आयुर्वेद में शलजम का उपयोग औषधि के रुप में भी किया जाता है । आइये जानते हैं अनेक शलजम के फायदे जो आपकी सेहत को बेहतर रखे में मदद करते हैं |
शलजम के फायदे
शलजम के फायदे बहुत होते हैं। इसमें एन्टीऑक्सिडेंट, मिनरलस, फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम जैसे बहुत से पौष्टिक गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद में सदियों से शलजम का उपयोग तमाम तरह की बीमारियों के उपचार में औषधि के रुप में होता आया है। असल में शलजम खाने में जितना बढ़िया होता है इसके स्वास्थ्य लाभ भी उतने ही ज़्यादा हैं। शलजम के फायदे क्या-क्या हैं आज हम आपको विस्तार से बताएंगे। हालाँकि शलजम किसी बीमारी का इलाज नहीं है। यह एक सब्ज़ी है लेकिन इसमें बहुत से अच्छे गुण छुपे हुए हैं जो कई बीमारियों के लक्षणों को कम करने में कुछ हद तक सहायक हो सकते हैं।
1. एंटीमाइक्रोबियल गुण
शलजम बैक्टीरिया और फंगस को पनपने से रोकने में मदद कर सकता है। एक रिसर्च के अनुसार शलजम में एंटी माइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं, जो कई प्रकार के बैक्टीरिया और फंगी को रोकने में सक्षम हो सकते हैं।
2. ब्रोंकाइटिस में फायदेमंद
ब्रोंकाइटिस में छाती पर शलजम के तेल की मालिश करने से सूजन में कमी आती है।
3. त्वचा के लिए लाभकारी
शलजम के औषधीय गुण त्वचा के लिए भी फायदा कर सकते हैं। इसमें विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट का मुख्य स्रोत है जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में सहायक होता है। विटामिन सी के सेवन से त्वचा चमकदार होती है। इसके लिए आप शलजम का जूस का सेवन कर सकते हैं।
4. खाँसी में फायदेमंद
शलजम आपको सर्दी-खांसी होने में भी फायदा दे सकता है। इसके लिए आप शलजम को काटकर भून लीजिये और नमक लगाकर इसको खाने से खाँसी में फायदा होगा।
5. बालों के लिए बेहतर
शलजम खाने से आपके बालों को भी लाभ हो सकता है। शलजम में जिंक, मैग्नीशियम और आयरन पाया जाता है। ये नुट्रिएंट्स बालों के बढ़ने में सहायक हो सकते हैं।
6. प्रेग्नेंसी में लाभदायक
प्रेग्नेंसी के दौरान शलजम का सेवन फायदा कर सकता है। शलजम में फोलेट के साथ आयरन भी मौजूद होता है जो गर्भावस्था के दौरान एनीमिया की समस्या यानी रेड ब्लड सेल्स की कमी को पूरा करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही फोलेट होने वाले बच्चे में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट से भी बचाव कर सकता है।
7. डाइबिटीज़ में फायदेमंद
शलजम में हाई फाइबर और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाए जाते हैं। ये मधुमेह में आपको फायदा कर सकते हैं। एक रिसर्च के अनुसार शलजम के अर्क में एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं। यह इंसुलिन को बढ़ाता है और ग्लूकोज लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होता है। यही कारण है कि शलजम के सेवन से मधुमेह में आराम मिल सकता है।
8. लिवर के लिए उपयोगी
लीवर की बीमारियों में जड़ी-बूटियों और सब्जियों का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। शलजम में ग्लूकोसाइनोलेट्स, आइसोथियोसाइनेट्स, फ्लेवोनोइड्स, फिनोल, इंडोल्स, वोलाटाइल और सल्फर जैसे कई कार्बनिक कंपाउंड होते हैं। इन कंपाउंड्स में एंटीऑक्सीडेंट गतिविधियां हो सकती हैं। शलजम में मौजूद यौगिक, लीवर को होने वाली क्षति के खतरे को कम कर सकते हैं और इसकी संरचना और कार्य क्षमता को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
9. गुर्दे की रक्षा में शलजम का उपयोग
शलजम किडनी को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। इसमें फ्लेवोनॉयड्स कंपाउंड पाया जाता है जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि हो सकती है। ये गुर्दे में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं जिससे उसका बचाव संभव हो सकता है। हालांकि किडनी की सुरक्षा के लिए शलजम के बारे में और अध्ययन की आवश्यकता है।
10. हाजमा करे बेहतर
आज ज़्यादातर लोगों की लाइफ स्टाइल तनाव भरी है। समय पर ना लंच होता है ना डिनर। यही वजह है कि आप जो भी खाते हैं वह हजम नहीं होता है। ऐसे में अगर आप शलजम अदरक के साथ मिलाकर सेवन करें तो आपका हाज़मा भी ठीक रहेगा और भूख भी बढ़ेगी।
11. अल्सर में दे राहत
शलजम कई मर्ज़ में काम आता है। अगर आपको अल्सर हो गया हो तो शलजम का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। शलजम के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाने से अल्सर का ज़ख्म जल्दी ठीक हो जाता है।
12. स्मरण-शक्ति को करे बेहतर
शलजम से याददाश्त भी बेहतर हो सकती है। शलजम में कोलीन पाया जाता है जो कि याददाश्त को बेहतर बनाता है और मस्तिष्क का विकास भी कर सकता है।
13. ऑस्टियोपोरोसिस में लाभदायक
शलजम खाने का फायदा ऑस्टियोपोरोसिस कि रोकथाम में भी हो सकता है। ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियां कमजोर और पतली हो जाती हैं। इस बीमारी में शलजम का सेवन फायदा कर सकता है। शलजम में विटामिन-के की मौजूदगी हड्डियों को कमज़ोर होने और उन्हें फ्रैक्चर होने से रोकने में सहायक हो सकती है। ये हड्डियों के लिए आवश्यक कैल्शियम को भी संतुलित कर सकता है।
14. पाइल्स में दे आराम
आपको मसालेदार और ज़्यादा मिर्च खाने से पाइल्स की समस्या हो सकती है। अगर आपको भी ये परेशानी है तो आपको शलजम का सेवन करना चाहिए। आप शलजम के पत्ते का साग बनाकर खा सकते हैं। इससे आपको पाइल्स में फायदा हो सकता है।
15. कैंसर के लिए शलजम का उपयोग
शलजम का सेवन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। इसमें कई ऐसे कंपाउंड होते हैं जो डीएनए के नुकसान को रोक सकते हैं और शरीर में ट्यूमर और कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। यह शरीर में हानिकारक रसायनों को बेहतर ढंग से टॉक्सिन्स कर सकता है। हालाँकि शलजम की कैंसर-विरोधी गतिविधियों की पुष्टि करने के लिए अभी और अध्ययन की आवश्यकता है। कैंसर एक गंभीर बीमारी है इसलिए अगर किसी को कैंसर जैसा गंभीर रोग है तो उसको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
16. कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में शलजम का उपयोग
शलजम अपनी एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के कारण खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। शलजम में मौजूद क्वेरसेटिन, टोकोफेरोल्स, एस्कॉर्बिक एसिड और बीटा-कैरोटीन जैसे प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट एलडीएल को तोड़ने में मदद कर सकते हैं। इससे शरीर में एलडीएल लेवल कम हो सकता है। हालाँकि आपको अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवानी चाहिए और असामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर के मामले में अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
शलजम के साइड इफेक्ट्स
शलजम एक सब्ज़ी है, जिसके कोई खास साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। अगर इसका उपयोग करने पर आपको कुछ भी महसूस हो या कोई गंभीर प्रतिक्रिया दिखाई दे तो तत्काल अपने डॉक्टर से सम्पर्क कीजिये। आप आयुर्वेदिक चिकित्सक से भी परामर्श कर सकते हैं। वही किसी भी इंफेक्शन की पहचान करने और उसका प्रभावी ढंग से इलाज करने में सक्षम हो सकते हैं।
कन्क्लूज़न
शलजम के औषधीय गुण और उससे होने वाले तमाम फायदे तो आपको हमने बता ही दिए हैं। वास्तव में शलजम बहुत फायदे की सब्ज़ी होती है। आप शलजम का उपयोग सलाद और सब्ज़ी के रूप में कर सकते हैं। इसके अलावा शलजम का जूस भी पिया जा सकता है। आप शलजम का अचार भी बना कर खा सकते हैं। लेकिन शलजम की पत्तियों में फास्फोरस काफी मात्रा में पाया जाता है। फास्फोरस का अधिक मात्रा में सेवन करना हृदय, किडनी और हड्डियों के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं होता। इसके अलावा शलजम की पत्तियों में पोटेशियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। बहुत ज़्यादा मात्रा में पोटेशियम का सेवन हाइपरकलेमिया यानी खून में सामान्य से अधिक पोटेशियम की मात्रा का कारण बन सकती है। इसके कारण आपकी हृदय गति आसमान्य हो सकती है और इससे किडनी फंक्शन पर भी असर पड़ सकता है। अपना ख्याल रखियेगा।